मेघनाद ने शक्ति बाण से लक्ष्मण को किया मूर्छित
धार्मिक कार्यक्रमों से लोगों में संस्कार पैदा होते हैं- झल्लूराम राजेश पटेल
(त्रिपुरारी शंकर पटेल)
मुंगरा बादशाहपुर क्षेत्र के आदर्श रामलीला समिति गुलरा सोहांसा मेंआयोजित भगवान श्रीराम लीला का मंचन किया गया।रामलीला के दृश्य के दौरान लंकेश्वर अपने सभा सदों से पूछता है कि हमे शत्रु के मामले में क्या करना चाहिए। इस पर सभा में बैठे विभीषण लंकेश्वर रावण को कहते हैं कि वह सीता माता को भगवान राम को वापिस लौटा दें।इसी में उनकी भलाई है।भाई विभीषण को शत्रु की परिभाषा बोलते देखे लंकेश्वर भड़क उठता है।अपने भाई विभीषण को देश निकाला देता है।बड़े भाई द्वारा अपमानित किए जाने के बाद भी भाई की आज्ञा लेकर दरबार से चले जाते हैं। विभिषण के जाने के बाद लंकेश्वर भी सभा को भंग कर देते हैं।अगले दृश्य में लक्ष्मण भगवान राम को कहते हैं कि भईया बैरी रावण का भाई विभीषण आ रहा है। पता लगते ही भगवान राम हनुमान को भेज कर विभिषण को अपने पास बुलाते हैं। भगवान राम समुद्र के जल से विभीषण को तिलक कर कहा रावण को मारकर तुम्हे लंका का राजा बनाऊगा।
अगले दृश्य में दिखाया गया कि भगवान राम समुद्र के सामने विनती कर रास्ता मांगते हैं, और तीन दिन समुद्र का पूजन करते हैं लेकिन समुद्र रास्ता नहीं देता।इस पर भगवान राम क्रोधित हो जाते हैं। धनुष पर बाण चढ़ाकर समुद्र को सुखाने की बात कहते हैं। इतनी देर में समुद्र भगवान राम के चरणों में गिरकर माफी मांगते है। साथ ही भगवान राम को बताते हैं कि उनकी सेना में नल और नील नाम के दो वानर है।उनके द्वारा समुद्र में फेंका गया पत्थर कभी नहीं डूबता!मेघनाद की पत्नी सुलोचना अपने महल में पति का इंतजार करती है, जब उसे पता चलता है कि मेघनाद युद्ध भूमि में जाने से पूर्व महल में आ रहा है तो वह थोड़ा डर जाती है और पति की दीर्घायु की कामना करती है। इसके बाद दोनों के बीच सुंदर प्रसंग का मंचन किया गया। वहीं, लक्ष्मण शक्ति में दिखाया गया कि मेघनाद जब छल कपट से भी लक्ष्मण को पराजित नहीं कर पाता है तो वह हनुमान की आड़ में युद्ध करने का आरोप लगाता है।लक्ष्मण हनुमान को दूसरे स्थान पर जाकर युद्ध करने को कहते हैं। हनुमान दूसरी जगह चले जाते हैं। तभी मेघनाद शक्ति बाण से लक्ष्मण को मूर्छित कर देता है और लक्ष्मण को मरा हुआ जानकर युद्ध भूमि से चला जाता है।हनुमान लक्ष्मण को मूर्छित अवस्था में लेकर रामादल जाते है, वहां कोहराम मच जाता है। इसके बाद सुषेन वैद्य की मदद से संजीवनी बूटी का पता चलता है इसे हनुमान लेकर आते है और तब लक्ष्मण को पिलाने पर होश आता है।
रामलीला मंच पर सपा युवा नेता झल्लूराम राजेश पटेल उपस्थित होकर रामलीला मंचन का अनंद लिये और कहा कि राम एक मर्यादा पुरुषोत्तम है उनके बाल्यावस्था,किशोरावस्था एक राजा के रूप में एक भूमिका को हिंदू समाज अपना आदर्श मानता है और कहा कि ऐसे धार्मिक कार्यक्रमों से लोगों में संस्कार पैदा होते हैं!यदि मुँगरा बादशाहपुर 368 विधानसभा से जनता का सहयोग मिला तो यहां की सीट सपा के खाते में डाल दूंगा और पात्र व्यक्तियों किसान,गरीब, विधवाओं को योजनाओं का लाभ देने में कोई कोर कसर नहीं छोडूंगा!राम गोबिंदा, लक्ष्मण धर्मराज,हनुमान जियाराम प्रजापति, रावण दशरथ,मंदोदरी पवन,विभीषण अनिल पटेल, अंगद बंसदेव, सुखेन वैध धीरज, नल नील सुधांशु ब्यास गद्दी रमाकांत पटेल, हारमोनियम राकेश रॉकी, ढोलक बबलू, द्वारा रामलीला मंचन किया गया इस रामलीला के निर्देशक रणजीत बहादुर पटेल है इस मौके पर प्रधान समरजीत मौर्य,कोटेदार हृदय नारायण पटेल,राजस्व लेखपाल धरम सिंह,क्षेत्र पंचायत सदस्य अमर सिंह पटेल, प्रधान महेन्द्र पटेल, भोला पटेल,धर्मराज पटेल, संजय,मनोज,अफसर अली (मुसल्ली) व हजारों की संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित रहे
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